ख़बर रफ़्तार, रुद्रपुर: नकली रसीद बनाकर कंपनी का 52 लाख का गबन करने के आरोपित सिद्धार्थनगर यूपी निवासी युवक की पुलिस अभिरक्षा में संदिग्ध हालात में मौत मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ह्दयघात से मौत की पुष्टि हुई है।
जिसके बाद से मामले की जांच के लिए गई ऊधम सिंह नगर से एसपी सिटी मनोज कत्याल की अगवाई में गई पुलिस टीम वापस आ गई है। हालांकि युवक की मौत से आक्रोशित स्वजन ने ऊधम सिंह नगर पुलिस पर प्रताड़ित कर हत्या का आरोप लगाया था।
चेन्नई में दी थी तैनाती
आरएस लाजिस्टिक कंपनी के स्वामी हरीश मुंजाल की कंपनी काे अशोका लिलैंड कंपनी पंतनगर से नए ट्रक व चेसिस देश भर में भेजने का ट्रांसपोर्ट का टेंडर मिला हुआ था। चेन्नई स्थित आरएस लाजिस्टिक शाखा में सभी प्रबंध कार्य देखने के लिए उन्होंने महुलानी बडेपुर नंबर तीन विर्दपुर सिद्धार्थनगर उत्तर प्रदेश निवासी भास्कर प्रताप पांडेय पुत्र रामेश्वर पांडेय को नियुक्त किया गया था।
52 लाख से अधिक गबन का आरोप
आरोप था कि उसने अपने साथी नगला जमालगढ़ मेवात हरियाणा निवासी मो. मुनीम खां पुत्र उमर मोहम्मद, वार्ड नंबर सात खेड़ा निवासी फारूख पुत्र जुहुरू खान और लक्ष्मणगढ़ खेड़ा का बांस अलवर राजस्थान निवासी महमूद के साथ मिलकर रुपये जमा करने की नकली रसीद बनाकर उन्हें कंपनी में असली बताते हुए भेजने लगे।
इस दौरान उन्होंने कंपनी में 52 लाख 40 हजार रुपये का गबन कर लिया। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित भास्कर पांडेय को शुक्रवार को गोंडा जिले के नवाबगंज स्थित एक कालेज के पास से गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद अचानक उसकी हालत खराब हो गई और उसे उपचार के लिए अयोध्या के जिला अस्पताल ले गए। जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था। इस दौरान मृतक के स्वजन ने ऊधम सिंह नगर पुलिस पर उसे प्रताड़ित कर हत्या का आरोप भी लगाया है।
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