केजरीवाल के बाद मुश्किल में AAP के एक और नेता, शराब घोटाले पर ED ने किया बड़ा दावा

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ख़बर रफ़्तार, नई दिल्ली : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 28 मार्च तक प्रवर्तन निदेशालय की कस्टडी में भेज दिया गया है। अरविंद केजरीवाल को जांच एजेंसी ने गुरुवार को शराब घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री को अदालत में पेश करके 10 दिन की रिमांड की मांग की थी।

केजरीवाल मुख्य साजिशकर्ता- ED

रिमांड की मांग पर सुनवाई के दौरान ईडी ने अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले का मुख्य साजिशकर्ता बताया। एडिशनल सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि नई आबकारी नीति मामले में केजरीवाल मुख्य साजिशकर्ता में शामिल रहे हैं। ईडी ने कहा कि आबकारी नीति में फायदा लेने के बदले रिश्वत मांगी गई और ऐसा न करने पर नियम बदलने की बात कही गई।

एएसजी एसवी राजू ने कहा कि 100 करोड़ की रिश्वत देकर दक्षिण लॉबी को करीब 592 से 600 करोड़ का फायदा हुआ, यह भी अपराध का हिस्सा है। आरोपियों और गवाहों के बयानों की पुष्टि कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) से हुई है। केजरीवाल इस मामले में न केवल एक व्यक्ति के रूप में दोषी थे, बल्कि अपने सहयोगियों के कार्यों के लिए परोक्ष रूप से जिम्मेदार थे।

हवाला से गोवा भेजा गया पैसा

जांच एजेंसी ने दावा किया कि हवाला के जरिये 45 करोड़ रुपये गोवा में विधानसभा चुनाव के लिए भेजे गए थे। गोवा चुनाव के दौरान आप की चुनाव प्रचार-संबंधी गतिविधियों में शामिल विभिन्न लोगों के बयान दर्ज किए हैं। ईडी ने गोवा में विधानसभा चुनाव के समय सर्वे, एरिया मैनेजर्स, विधानसभा प्रबंधकों जैसे काम के लिए उन्हें नकद भुगतान करने की बात कहते हुए आप विधायक दुर्गेश पाठक पर बड़ा आरोप लगाया है।

ED ने दुर्गेश पाठक का लिया नाम

ईडी ने कहा कि चुनाव अभियान से संबंधित इन व्यक्तियों और गतिविधियों का प्रबंधन आप के पूर्व संचार प्रभारी विजय नायर और आप विधायक दुर्गेश पाठक द्वारा किया गया था। एजेंसी ने दावा किया कि इन आरोपों की पुष्टि आप उम्मीदवारों में से एक ने भी की थी। दुर्गेश पाठक आप के पांचवे ऐसे नेता हैं, जिन पर शराब घोटाले के मामले में शामिल होने के आरोप लगे हैं। इससे पहले अरविंद केजरीवा, संजय सिंह, मनीष सिसोदिया और विजय नायर पर शराब मामले में शामिल होने के आरोप लग चुके हैं।

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