
ख़बर रफ़्तार, ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश का शो विंडो गौतमबुद्ध नगर सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला हाईटेक जिला है। यहां तेज रफ्तार दौड़ती मेट्रो, हाई राइज इमारतें हैं। लेकिन जिले का शहरी इलाका वोटिंग के मामले में पीछे है। आंकड़े बताते हैं कि नोएडा विधानसभा में 2014 में 53.46 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2019 में 52.35 प्रतिशत मतदान हुआ।
इस बार मतदान प्रतिशत को बढ़ाने और मतदाता को जागरूक करने और उन्हें बूथ तक लाने के लिए नोएडा के हाई राइज सोसाइटी में 52 और ग्रेटर नोएडा की हाईराइज सोसाइटी में 48 बूथ बनाए जा रहे हैं। बूथ बनाने का मकसद है कि ज्यादा से ज्यादा लोग अपने मत का प्रयोग कर सकें।
गौतमबुद्ध नगर लोकसभा में पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं
पिछले कई बार के चुनाव में देखा गया है कि बूथ दूर होने की वजह से लोग नहीं जाते हैं, या छुट्टी मनाने कहीं बाहर चले जाते हैं। आंकड़ों की बात की जाए तो गौतमबुद्ध नगर लोकसभा में पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं, जिसमें नोएडा, दादरी, जेवर, खुर्जा और सिकंदराबाद शामिल हैं।
इनमें वर्ष 2014 में नोएडा में 53.46 प्रतिशत, दादरी में 60.88 प्रतिशत, जेवर में 61.83 प्रतिशत, खुर्जा में 64.48 प्रतिशत, सिकंदराबाद में 64.10 प्रतिशत मतदान हुआ था।
हाई राइज इलाकों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य
वहीं साल 2019 में नोएडा में 52.35 प्रतिशत, दादरी में 60.85 प्रतिशत, जेवर में 65.4 प्रतिशत, खुर्जा में 64.73 प्रतिशत और सिकंदराबाद में 65.93 प्रतिशत मतदान हुआ था।
इन आंकड़ों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि गौतमबुद्ध नगर के शहरी क्षेत्र और हाई राइज इलाकों में मतदान का प्रतिशत काफी कम है। इसीलिए जिला प्रशासन की इस बार यह कवायद है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक किया जाए और हाईराइज सोसाइटी में रहने वाले लोगों को उनके पास में ही बूथ उपलब्ध कराकर उनको मतदान के लिए प्रेरित किया जाए।
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