
खबर रफ़्तार, देहरादून :राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर पर स्वच्छता की रैंकिंग में नीचे खिसकने के बावजूद हरिद्वार ने गंगा किनारे बड़े शहरों की सूची में शीर्ष स्थान हासिल किया है। राष्ट्रीय स्तर की ओवरआल रैंकिंग में पिछले साल 279वें स्थान पर रहा हरिद्वार इस वर्ष 300वें नंबर पर आ गया। लेकिन, गंगा किनारे एक लाख से अधिक आबादी के शहरों 70 अंक लेकर हरिद्वार पहले स्थान पर आ गया।वहीं एक लाख से कम आबादी वाले गंगा किनारे के शहरों में बिजनौर 80 अंकों के साथ टॉप पर है। यहीं नहीं प्रदेश में आठ बड़े शहरों में सफाई के मामले में हरिद्वार पिछले साल मिले 5वें स्थान से सरक कर आठवें स्थान पर पहुंच गया। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में गंगा टाउन श्रेणी के शहरों को दो हिस्सों में बांटा गया है। एक लाख से अधिक आबादी वाली 31 शहर हैं जबकि एक लाख से कम आबादी वाले 32 शहर हैं। गंगा टाउन श्रेणी में हरिद्वार को मिला पहला पुरस्कार शनिवार को शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने ग्रहण किया।इस सम्मान के साथ एक चिंताजनक तथ्य भी सामने आया कि इस साल राष्ट्रीय स्तर पर हरिद्वार की रैंकिंग कुल 382 शहरों में 330वीं रही। स्पष्ट है कि हरिद्वार शहर का स्कोर स्वच्छता के मामले में गिरा है। इसी श्रेणी में इंदौर पहले नंबर पर आया है। वहीं प्रदेश स्तर पर सफाई के मामले में दस लाख की आबादी वाले शहरों में देहरादून पहले स्थान पर रहा है।
10 लाख की आबादी वाले उत्तराखंड के आठ शहरों की स्थिति
– प्रेमचंद अग्रवाल, शहरी विकास एवं आवास मंत्री, उत्तराखंड सरकार
देश में पहला स्थान मिलना खुशी की बात तो जरूर है लेकिन ओवरऑल स्वच्छता रिपोर्ट के विश्लेषण पर यह स्पष्ट हो जाता है कि हरिद्वार में स्वच्छता का स्तर क्या है। न केवल हरिद्वार बल्कि अन्य शहरों में भी सफाई पर विशेष काम करने की जरूरत है।
– अनूप नौटियाल, संस्थापक, एसडीसी फाउंडेशन
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