डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन का द्विवार्षिक अधिवेशन में फार्मासिस्टों ने गिनाई समस्याएं, मेयर व निदेशक ने कहा करवाएंगे समाधान

खबरे शेयर करे -

ख़बर रफ़्तार, हल्द्वानी:  डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन का द्विवार्षिक अधिवेशन में जिला स्तर की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया है। इससे पहले आयोजित सभा में एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने अपनी मांगें गिनाई और कहा कि फार्मासिस्ट संवर्ग की लंबित प्रकरण का जल्द समाधान कराया जाए।

बैंक्वेट हाल में आयोजित सभा में मुख्य अतिथि मेयर डॉ. जोगेंद्र रौतेला ने कहा कि वह स्वयं आपके मांग पत्र को लेकर स्वास्थ्य मंत्री के पास जाएंगे। समाधान का हरसंभव प्रयास करेंगे।

विशिष्ट अतिथि स्वास्थ्य निदेशक डॉ. तारा आर्य ने फार्मासिस्टों की मांग को जायज ठहराते हुए कहा कि आपके मांग पत्र को महानिदेशक को भेजा जाएगा। सीएमओ स्तर की समस्याओं के समाधान के लिए निर्देश दिए जाएंगे।

फार्मासिस्ट स्वास्थ्य विभाग की रीढ़

उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरएस ऐरी ने कहा कि फार्मासिस्ट स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ है। उनकी मांगों पर सरकार को गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। फार्मासिस्ट ही दुर्गम क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवा देने के लिए हमेशा तत्पर रहता है।

सभा की अध्यक्षता एनके आजाद ने की। संचालन नंदन गोस्वामी ने किया। इसमें प्रांतीय संगठन मंत्री जेसी पाठक, कोषाध्यक्ष केआर आर्या, मंडलीय सचिव डीके जोशी, उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन के मंडलीय अध्यक्ष रमेश जोशी, शशि बिष्ट, हरिप्रसाद, दिनेश चंद्र पांडे, संगीता जोशी, केएस गढ़िया आदि शामिल रहे।

जगदीश अध्यक्ष व नंदन बने सचिव

एसोसिएशन के द्विवार्षिक अधिवेशन में नई कार्यकारिणी का निर्विरोध चयन किया गया। इसमें जगदीश चंद्र टम्टा को अध्यक्ष, नंदन वन गोस्वामी को जिला मंत्री, विपिन जोशी को उपाध्यक्ष, महेश चंद्र वर्मा को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, जितेंद्र कुमार को संगठन मंत्री, नितिन कुंवर को संयुक्त मंत्री, मनमोहन सिंह रौतेला को कोषाध्यक्ष,प्यारे लाल को संप्रेक्षक मनोनीत किया गया।

ये हैं प्रमुख मांगें

  • आईपीएचएस मान के तहत फार्मासिस्टों के पद सृजित किए जाएं
  • वीआईपी ड्यूटी, यात्रा मार्गों में फार्मासिस्टों को रखने के लिए शासनादेश जारी किया जाए
  • 23 वर्षों से लंबित फार्मासिस्ट संवर्ग के संशोधित शासनादेश जारी किया जाए
  • फार्मेंसी काउंसिल का शीघ्र गठन किया जाए
  • राज्य में फार्मेसी प्रैक्टिस रेगुलेशन 2015 का सख्ती से पालन कराया जाए।

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours