पंजाब: आतंकी हरदीप निज्जर के गांव में पाठ रखने पर तनाव, पुलिस बोली- अशांति नहीं होने देंगे

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ख़बर रफ़्तार, जालंधर (पंजाब):  आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले को लेकर भले ही भारत और कनाडा के बीच तनाव चरम पर मगर पंजाब के जालंधर जिले में स्थित उसके पैतृक गांव भारसिंहपुरा में तनाव भरा सन्नाटा है। इस बीच शिअद कान सिंह वालों ने एलान किया है कि हरदीप सिंह का पाठ गांव में रखा जाएगा और भोग भी डाला जाएगा।

पुलिस अधिकारियों का तर्क है कि गांव में उसका भोग नहीं डालने देंगे। इसे लेकर गांव में तनाव का माहौल बना है। थाना प्रभारी सुरिंदर कुमार ने कहा कि गांव में किसी भी तरह की अशांति नहीं होने देंगे। पुलिस सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है। सादी वर्दी में वहां पर अधिकारी भी डेरा जमा चुके हैं। आतंकी हरदीप सिंह निज्जर ने अपने गांव में ही सुपारी देकर अपने गुर्गों से गांव के पुजारी की हत्या करवाई थी।

रवि शर्मा नामक युवक की हत्या की थी और उसी के नाम पर पासपोर्ट बनवाया था ताकि कनाडा भाग सके। रवि शर्मा का परिवार हरियाणा का रहने वाला था। रवि शर्मा का शव नहर से बरामद हुआ था। हत्या के बाद परिवार हरियाणा लौट गया था। भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी हरदीप सिंह निज्जर साल 1996 में कनाडा भागा था।

कनाडा पहुंचने के बाद उसने राजनीतिक शरण लेने की खातिर एक शपथपत्र दिया था। इसमें उसने बताया था कि उसके भाई, पिता और चाचा सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे खुद भी पुलिस ने प्रताड़ित किया। निज्जर 25 मई 2007 को कनाडा का नागरिक बन गया था।

भारसिंहपुरा गांव के पंच गुरमुख सिंह ने बताया कि 1994-95 में हरदीप सिंह निज्जर का परिवार यहां से चला गया था। जब तक वह लोग गांव में थे तब तक ऐसी किसी गतिविधि के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। गुरमुख सिंह के मुताबिक निज्जर परिवार उनका पड़ोसी था और वह खेती और दूध का कारोबार करते थे। कनाडा जाने के बाद निज्जर के आतंकी संगठन में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि इस बारे में हम कुछ नहीं कह सकते हैं। इस बारे या तो कनाडा वाले जानते हैं या सरकार जानती है।

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