
खबर रफ़्तार,बागेश्वर:उत्तरायणी मेले में आए पंजाबी गायक जस्सी गिल और बब्बल राय की सुपर नाइट में मेलार्थी जमकर थिरके। 1500 लोगों के बैठने के स्थान पर पांच हजार से अधिक लोग पहुंच गए। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का बल का प्रयोग करना पड़ा। युवा वर्ग उनके गीतों में थिरकते रहे।ऐतिहासिक नुमाइशखेत मैदान बीते रविवार की रात आठ बजे ही भरने लगा। कई दर्शक बैठने के लिए स्थान नहीं मिला और वह मन मानकर वापस लौट गए।
- पंजाबी गानों के साथ हिंदी गानों का भी बिखेरा जादू
लगभग साढ़े नौ बजे से उनका कार्यक्रम शुरू हुआ।इसके बाद भी लोग मेलास्थल की ओर जा रहे थे। रात 10 बजे वहां भीड़ उमड़ पड़ी। कलाकारों ने अपना जादू बिखेरना शुरू किया लोग अपनी जगह पर ही थिरकने लगे। 10 से 25 वर्ष तक उम्र के लड़के-लड़कियां जस्सी के गीतों को भी गुनगुनाते रहे।
जनता की ताली कलाकारों का लगातार हौसला बढ़ा रही थी। जस्सी ने कुड़ी सपने में आंदिए, जीने मार सुनिया, तू बोलती न बोलती तेरा यार बोलता आदि पंजाबी गीत गाए। इसके बाद उन्होंने दर्शकों का स्वाद बदला और धीरे धीरे से मेरी जिंदगी में आना जैसे हिंदी फिल्मो के गीत आए। बब्बल राय ने आंखों बिछ सारे आंसू बिछ, छोटे छोटे दिल गदगद हो गई जांदे, ले हम्मा हम्मा रे खुद की पायल गुड़िया पंजाबन दिल मेरा ले गई सोणा- सोणा आदि गानों से सभी दर्शकों को गदगद कर दिया। गिल ने जब जिद है प्यार न नसीबा न, होवे लक्की होई साजिदा, पीछे पड़दा जैसे नान स्टाप गीत भी गाए।
- कार्यक्रम में रहे उपस्थित
कपकोट विधायक सुरेश गढ़िया, पालिकाध्यक्ष सुरेश खेतवाल,जिलाधिकारी अनुराधा पाल, एसपी हिमांशु कुमार वर्मा, जिला जज एम दिलबर खान समेत अन्य जजों के अलावा ब्लाक प्रमुख कपकोट गोविंद दानू,अपर जिलाधिकारी चंद्र सिंह इमलाल, एसडीएम हरगिरि, कपकोट मोनिका, गरुड़ एसडीएम राजकुमार पांडे, डीएफओ हिमांशु बागरी आदि जमे रहे।
- पुलिस को करना पड़ा बल प्रयोग
जस्सी जैसे नाम के लिए छोटा मैदान और एक हजार लोगों के बैठने वाले स्थान पर पांच हजार की भीड़ को शांति करना पुलिस के लिए चुनौती बना रहा। भाजपा नेता सज्जन लाल टम्टा ने कहा कि कुर्सियां नहीं होने के कारण लोगों को बैठने का स्थान नहीं मिला। पुलिस पीछे खड़े लोगों को बैठाने की कोशिश कर रही थी। लेकिन बैठ कर कार्यक्रम देख पाना मुश्किल था। सीओ शिवराज सिंह राणा, कोतवाल कैलाश नेगी शांति व्यवस्था की जिम्मेदारी निभा रहे थे।
- बैरिकेडिंग और कुर्सियां भी टूटी
भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस के हल्का बल प्रयोग से भगदड़ मचने लगी। जिसके कारण बैरिकेडिंग और कुर्सियां टूट गई। अधिकतर लोग कुर्सी पर चढ़कर थिरक भी रहे थे। दर्शकों का कहना है कि यदि व्यवस्था नहीं थी तो बड़े स्टार को बुलाने की जरूतर नहीं थी। पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया। शांति व्यवस्था बनाने के बजाए उसे बिगाड़ने की कोशिश की गई।
150 कुर्सियां तोड़ दी। बैरिकेडिंग उखाड़ दिए। सीओ से अभद्रता हुई। शराब पीकर हुड़दंग मचाया जा रहा था। जिस पर पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
-हिमांशु कुमार वर्मा, पुलिस अधीक्षक।
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