
खबर खबर, वाराणसी: पत्नी आरती के मृत घोषित किए जाने पर पति राजू मौके से लघुशंका करने के बहाने भाग निकला। पुलिस ने उसका पीछा कर उसे उमरहां स्थित स्वर्वेद महामंदिर के पास से पकड़ा।
वाराणसी के चौबेपुर के अमौली गांव में राजू पाल ने लाठी से पीटकर अपनी तीसरी पत्नी आरती पाल (27) की हत्या कर दी। इससे पहले वह अपनी दो पत्नियों को छोड़ चुका था और आरती से गत नौ मई को शादी की था। सूचना पाकर घटनास्थल पर पहुंची चौबेपुर थाने की पुलिस ने राजू पाल को गिरफ्तार कर लिया और आरती का शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
पुलिस के अनुसार, नशे का आदी और आपराधिक किस्म का राजू मोबाइल फोन पर बात करने के कारण आरती के चरित्र पर शक करता था। इसे लेकर लगातार तीन दिन से वह आरती से मारपीट कर रहा था। अंतत: उसने पीट-पीट कर उसे मार डाला।

सारनाथ थाना क्षेत्र के सिंहपुर निवासी कतवारू पाल ने 11 साल पहले अमौली गांव में दो बीघा जमीन खरीदी थी। कतवारू का बेटा राजू पाल उसी जमीन में खेती करता था और उसकी देखभाल के लिए टिनशेड की झोपड़ी डाल कर रहता था। गत नौ मई को चोलापुर क्षेत्र के भैटौली स्थित दुर्गा माता मंदिर में वह जौनपुर के चंदवक थाने के रतनूपुर की आरती पाल से शादी की था। आरती के साथ राजू अमौली स्थित झोपड़ी में ही रह रहा था।
बृहस्पतिवार की रात लगभग 1 बजे राजू ने सिंहपुर में रहने वाले अपने परिजनों को फोन किया कि मारपीट में आरती गंभीर रूप से घायल हो गई है। उसके परिजनों ने 112 नंबर पर सूचना दी तो पुलिस अमौली पहुंची। आनन-फानन में आरती को नरपतपुर सीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
आरती के मृत घोषित किए जाने पर राजू मौके से लघुशंका करने के बहाने भाग निकला। पुलिस ने उसका पीछा कर उसे उमरहां स्थित स्वर्वेद महामंदिर के पास से पकड़ा। उधर, इस संबंध में चौबेपुर थानाध्यक्ष जगदीश कुशवाहा ने बताया कि आरोपी आपराधिक मानसिकता का है और नशे का आदी है। उसे गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर वारदात में प्रयुक्त लाठी बरामद कर ली गई है।
पहली पत्नी को साल भर बाद छोड़ा, दूसरी को 15 दिन बाद
पूछताछ में राजू ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश से लेकर तमाम तरह के कानून के बारे में बताकर पुलिस को उलझाने की कोशिश की। हालांकि कड़ाई से की गई पूछताछ में सामने आया कि राजू की पहली शादी मिर्जापुर के अदलहाट की युवती से हुई थी। उसे एक साल साथ रखने के बाद राजू ने छोड़ दिया था। दूसरी शादी लगभग पांच साल पहले उसने गाजीपुर के लंका की युवती से की थी। उसे शादी के 15 दिन बाद ही राजू ने छोड़ दिया था।

बहन के प्रेमी की हत्या में हुई थी 7 साल की सजा
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि लगभग 12 साल पहले राजू ने अपनी 15 वर्षीय बहन के प्रेमी पतेरवा निवासी गोलू पटेल की हत्या की थी। दोनों को एक-दूसरे से मिलते हुए राजू ने देख लिया था। इससे नाराज होकर राजू लाठी से पीट-पीट कर गोलू को मार डाला था। इस मामले में उसे सात साल की सजा अदालत ने सुनाई थी। वर्ष 2019 में सजा काट कर वह जेल से बाहर आया था।
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